गरीबी से जूझता एक परिवार, सिर पर मां-बाप के कर्ज़ का बोझ, और सामने कोई सीधा रास्ता नहीं। ऐसी स्थिति में बहुत से लोग या तो हार मान लेते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के देवास ज़िले के रहने वाले 26 साल के रवि धाकड़ ने ठान लिया कि वो इस हालात से नहीं हारेंगे। ना कोई बड़ी डिग्री, ना कोई शहर का सपोर्ट फिर भी सिर्फ एक छोटे से काम से उन्होंने न सिर्फ मां-बाप की उधारी चुकाई, बल्कि आज हर महीने ₹70,000 तक की कमाई कर रहे हैं।
आपको बता दें कि यह कहानी किसी बड़े बिजनेस प्लान या भारी निवेश से शुरू नहीं हुई थी। बल्कि यह शुरुआत हुई थी एक बेहद छोटे काम से – सड़क किनारे मोबाइल कवर और एक्सेसरीज़ बेचने से। लेकिन जिस मेहनत और सोच के साथ रवि धाकड़ ने इसे आगे बढ़ाया, वो हर किसी के लिए मिसाल है।
उधारी चुकाने के लिए शुरू किया ये छोटा सा बिज़नेस
रवि का परिवार पहले खेती पर निर्भर था, लेकिन दो साल लगातार फसल खराब होने से उन पर ₹1.5 लाख का कर्ज चढ़ गया। मां-बाप ने रिश्तेदारों से उधारी लेकर घर चलाया, लेकिन किश्तें चुकाने की कोई व्यवस्था नहीं थी। रवि धाकड़ खुद 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ चुके थे। काम की तलाश में कई जगह धक्के खाए, लेकिन सफलता नहीं मिली। एक दिन बाजार में घूमते हुए उन्होंने देखा कि मोबाइल एक्सेसरीज़ की छोटी दुकानें अच्छा काम कर रही हैं।
रवि धाकड़ ने वही से आइडिया उठाया अगर मैं भी फुटपाथ पर छोटी सी टेबल लगाकर मोबाइल कवर, चार्जर और केबल्स बेचूं तो कुछ आमदनी शुरू हो सकती है। उन्होंने पिता से सिर्फ ₹5,000 मांगे; जो उन्होंने उधारी में किसी दोस्त से लेकर दिए। Indore के राजवाड़ा मार्केट से थोक में मोबाइल कवर, स्क्रीन गार्ड, और कुछ बेसिक चार्जिंग आइटम खरीदे। फिर देवास में एक भीड़भाड़ वाली गली में टेबल लगाकर दुकान शुरू कर दी।
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शुरुआत में आई मुश्किलें
शुरू में रवि को दिन भर में मुश्किल से ₹300-₹400 की बिक्री होती थी। बारिश के दिनों में कोई ग्राहक नहीं आता। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने ग्राहकों से बात करने का तरीका सीखा, धीरे-धीरे उनके प्रोडक्ट्स की क्वालिटी बेहतर की और ग्राहकों को डिस्काउंट भी देने लगे। आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने एक छोटा कार्ड प्रिंट करवाया जिसमें लिखा था – अगर हमारा प्रोडक्ट खराब निकले, तो पैसा वापस! इस ईमानदारी ने लोगों का विश्वास जीता और धीरे-धीरे उनका ग्राहक आधार बढ़ने लगा।
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अब हर महीने कमाई ₹70,000
लगभग 9 महीने के संघर्ष के बाद रवि धाकड़ ने ₹40,000 की सेविंग से एक छोटा किराए का शेड लिया और वहां एक स्थायी स्टॉल बना लिया। अब वह सिर्फ मोबाइल एक्सेसरीज़ नहीं, बल्कि कस्टमाइज्ड मोबाइल कवर, वायरलेस ईयरफोन और लोकल ब्रांडेड चार्जर भी बेचने लगे। उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप स्टेटस पर मोबाइल एक्सेसरीज़ का विडियो ग्राहकों को दिखाने शुरू किए।
आज उनके पास 2 लड़के काम कर रहे हैं, जो दिन भर पैकिंग और बिक्री में मदद करते हैं। वो महीने का ₹2 लाख तक का टर्नओवर करते हैं, जिसमें से औसतन ₹70,000 की नेट कमाई होती है। अधिक कमाई करने के लिए थोक में अन्य छोटे दुकानदारों को भी माल सप्लाई करते है।
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न कोई दुकान, न ऑनलाइन वेबसाइट
यह जानना ज़रूरी है किरवि ने अब तक किसी ऑनलाइन ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़ने की कोशिश नहीं की। उनका मानना है कि हर काम ऑनलाइन ही हो, ये ज़रूरी नहीं। अगर आप छोटे स्तर पर ग्राहकों को भरोसा और क्वालिटी देंगे, तो ऑफलाइन भी लाखों कमाए जा सकते हैं।
- हर सोमवार और गुरुवार को वह Indore से नया माल लाते हैं।
- ग्राहकों को ऑफर और छूट के लिए WhatsApp लिस्ट पर जोड़ते हैं।
- शादी और त्योहार के सीज़न में पर्सनलाइज़ गिफ्ट आइटम्स भी बेचते हैं।
- एक लोकल कॉलेज से ग्राफिक डिज़ाइन स्टूडेंट को हायर किया है जो उनके लिए डिजिटल पोस्टर बनाता है।
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रवि की यह सच्ची कहानी यह बताती है कि आज के समय में सफलता के लिए न कोई बड़ी डिग्री चाहिए, न कोई विदेशी प्लान। ज़रूरत है तो सिर्फ ईमानदारी, लगन और मौके की पहचान की। जब रवि धाकड़ जैसे युवा यह साबित कर सकते हैं कि एक छोटा काम भी बड़ा ब्रांड बन सकता है, तो आप क्यों नहीं?
यह भी एक दिलचस्प बात है कि आज कई लोग बड़े-बड़े लोन लेकर स्टार्टअप शुरू करते हैं और कुछ ही महीनों में बंद कर देते हैं। लेकिन अगर आप नीचे से शुरू करके, धीरे-धीरे ग्राहकों का विश्वास जीतें, तो बिना किसी उधारी के भी एक टिकाऊ बिजनेस बना सकते हैं।
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आप करें आज ही शुरुआत
- आपके शहर या कस्बे में थोक मोबाइल मार्केट देखें
- ₹5,000–₹10,000 से शुरुआत करें, महंगे प्रोडक्ट्स से बचें
- भीड़भाड़ वाले इलाके में टेबल या ट्रॉली से शुरू करें
- गुणवत्ता और सेवा को प्राथमिकता दें – यही आपका असली प्रचार होगा
अगर आपके पास बड़ा बजट नहीं है, तो भी हिम्मत है तो आप इस जैसे छोटे से काम से शुरुआत कर सकते हैं। इस लेख को पढ़कर अगर आपको प्रेरणा मिली हो या आपके मन में कोई सवाल हो, तो नीचे कमेंट में जरूर बताएं।
Disclaimer: यह लेख केवल एक वास्तविक व्यक्ति की सच्ची सफलता कहानी पर आधारित है। इसमें बताई गई कमाई और बिजनेस मॉडल व्यक्तिगत अनुभव पर आधारित हैं, किसी भी निवेश से पहले अपने स्तर पर जांच करना जरूरी है।
मै एक अनुभवी डिजिटल कंटेंट क्रिएटर और फाइनेंस ग्रेजुएट हूँ. मैने (B.Com CA) कॉमर्स और अकाउंटिंग की पढ़ाई की है और पिछले 7 वर्षों से ऑनलाइन इनकम, बिज़नेस आइडियाज कंटेंट लेखन का काम कर रहा हूँ।
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